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कहने को तो ज़िंदा हूँ ,
सच कहु तो ,
अपने आप से शर्मिन्दा हूँ !
जिस बुलंदियों को छूना चाहा
उस तक तो
आँख भी
न उठा पाया !
तुम्हारे पांव को तो
छूने दो !
मुझे तुम्हारी आँख से तो
गिरने दो !
लिखा है जो नाम तेरा
दिल पे मेरा ,
गमो के अश्क से तो
न धो पाउँगा !
ज़माने से छुपाने की
कोशिश करता हूँ ,
तुमसे कैसे छुपाऊंगा ?
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10 July 2017
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Your name is written
I am alive to say,
To be honest,
Ashamed of myself!
the heights I wanted to touch
till then
eye also
Couldn't lift it!
to your feet
Let it touch!
me from your eyes
let fall !
Your name is written
on my heart,
with tears of sorrow
I won't be able to wash!
to hide from the world
I will try ,
How will I hide it from you?
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