_____________________________________________________
कहेके ,
" जा ,
तुज़े करती हूँ नफ़रत ",
कभी तो होता ठुकराया ;
मेरी बेवफाइयों के कारण
कभी तो किया होता
पराया !
मेरी जफ़ाओं का बदला
वफाओं से क्यों चुकाया ?
क्यों न कहा एक भी बार ,
" जा ,
तू न मेरा मित ,
ना मै तेरी प्रीत ? ",
गमोसे
कुछ राहत मिल जाती !
भुलाने तेरी याद
कुछ बात तो बन जाती !
दिल की गहरी तन्हाइयो में ,
जी लेने की
कुछ आश तो बन पाती !
काश !
तूने , कभी तो होता ठुकराया !
---------------------------------------------------------------------------------
02 Sept 2016
www.hemenparekh.in > Poems ( Hindi )
-------------------------------------------------------------------------------
Sometimes He Gets Rejected!
say,
" Go ,
I
hate you,
Sometimes it happens that he gets rejected;
because of my infidelities
I would have done it sometime
Alienation
!
Revenge for my sins
Why did you pay with loyalty?
Why didn't you say it even once?
" Go ,
You are not my friend,
Am
I not your love? ,
Gamosas
Would have provided some relief!
to forget your memory
Something could have been done!
In the deep loneliness of the heart,
to live
At least there could be some hope!
If only
!
You always rejected it!
---------------------------------------------------------------------------------
Translated In Google Translate - 04/03/2024
----------------------------------------------------------------------------------
No comments:
Post a Comment