तुम्हारे घर की गली
जा के मिलती है राजपथ को ,
वही नुक्कड़ पर खड़ा था
पेड़ एक , पलाश का ;
याद है वो रात
पकड़ कर मेरा हाथ
तू चल पड़ी थी
लौट के उस नौटंकी से ,
नाम था जिस का ,
कस्मे - वादे ;
तब वो पलाश की छावं में
मधरात के उस अँधेरे में ,
तू पलभर ठहर गयी :
छोड़ के हाथ मेरा
ओठों से मेरे कस गयी !
मानो , वादे किये थे जो
कसमों में सिमट गए
न तू कुछ बोल पायी
न मैं ;
पलाश साक्षी था ;
आज भी मेरे इंतज़ार में
वहीँ खड़ा है ;
पर तेरे घर की गली
अब मेरे लिए
मानो बन्ध हैं !
अब तुम्हे
ज़मीं पे नहीं ,
सितारों में ढूंढता हूँ !
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17 June 2019
जा के मिलती है राजपथ को ,
वही नुक्कड़ पर खड़ा था
पेड़ एक , पलाश का ;
याद है वो रात
पकड़ कर मेरा हाथ
तू चल पड़ी थी
लौट के उस नौटंकी से ,
नाम था जिस का ,
कस्मे - वादे ;
तब वो पलाश की छावं में
मधरात के उस अँधेरे में ,
तू पलभर ठहर गयी :
छोड़ के हाथ मेरा
ओठों से मेरे कस गयी !
मानो , वादे किये थे जो
कसमों में सिमट गए
न तू कुछ बोल पायी
न मैं ;
पलाश साक्षी था ;
आज भी मेरे इंतज़ार में
वहीँ खड़ा है ;
पर तेरे घर की गली
अब मेरे लिए
मानो बन्ध हैं !
अब तुम्हे
ज़मीं पे नहीं ,
सितारों में ढूंढता हूँ !
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17 June 2019
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Vows - Promises
the street of your house
Go and meet the Rajpath,
he was standing at the same corner
Tree one, of Palash;
remember that night
hold my hand
you had started
Come back from that drama,
Whose name was,
vows - promises;
Then in the shade of Palash
In that darkness of mid-night,
You stopped for a moment:
leave my hand
My lips became tight!
As if promises were made
wrapped in vows
you couldn't say anything
Neither am I;
Palash was a witness;
still waiting for me
Standing there;
but the street of your house
now for me
As if there is a bond!
now you
not on the ground,
I search in the stars!
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Translated In Google Translate - 26/02/2024
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