From original English poem :
: Only Questions : ( 01 May 1972 )
https://poemseng.blogspot.com/2013/08/only-questions.html
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कोई जवाब मिलता नहीं ,
सादा , सीधा , सरल , सुन्दर
जवाब ;
कुछ है , तो सिर्फ प्रश्नो
पेचीदा प्रश्नो ,
भ्रामक प्रश्नो ,
एक के बाद एक
आके ,
गभराने वाले प्रश्नो ;
है किसी के पास कोई जवाब ?
न मेरे पास ;
वो भी क्या ज़माना था
की
दिल सदा , जलता रहता था !
अब बची है जो जलन
वो दिल से बह कर
पेट में समायी !
शायद
वही सच्चा जवाब है !
जानते हो
शर्मिन्दा करने वाली बातों में
सबसे आगे क्या है ?
बुढापा !
वाह , ये भी हुई ना कोई बात ,
जब मौत खिड़की से जांखने लगी
तब मैं
ज़िन्दगी से प्यार करने लगा !
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21 Sept 2019
: Only Questions : ( 01 May 1972 )
https://poemseng.blogspot.com/2013/08/only-questions.html
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This also happened, no problem
No answer is received,
plain, simple, beautiful
answer ;
If there is anything, just ask questions
tricky questions,
misleading questions,
One after the other
Come,
Thought provoking questions;
Does anyone have any answers?
Neither do I have;
what a time that was
of
My heart was always burning!
Now all that's left is jealousy
flowing from the heart
Fit in the stomach!
Perhaps
That is the true answer!
Do you know
in embarrassing matters
What's next?
Old age!
Wow, this also happened, no problem,
When death started peeping through the
window
then i
Started loving life!
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Translated In Google Translate - 22/02/2024
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कोई जवाब मिलता नहीं ,
सादा , सीधा , सरल , सुन्दर
जवाब ;
कुछ है , तो सिर्फ प्रश्नो
पेचीदा प्रश्नो ,
भ्रामक प्रश्नो ,
एक के बाद एक
आके ,
गभराने वाले प्रश्नो ;
है किसी के पास कोई जवाब ?
न मेरे पास ;
वो भी क्या ज़माना था
की
दिल सदा , जलता रहता था !
अब बची है जो जलन
वो दिल से बह कर
पेट में समायी !
शायद
वही सच्चा जवाब है !
जानते हो
शर्मिन्दा करने वाली बातों में
सबसे आगे क्या है ?
बुढापा !
वाह , ये भी हुई ना कोई बात ,
जब मौत खिड़की से जांखने लगी
तब मैं
ज़िन्दगी से प्यार करने लगा !
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21 Sept 2019
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