देर रात एक सपना आया
ओढ़ के बर्फ की चादर
शीत कब्र में
सोये थे हम ,
तुम और मैं ;
क्या सपना भी हो सकता
अपना ?
फिर ये भी तो है ,
जब साथ में सोना ,
तो सपनो को
क्यों रोना ?
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Mumbai / 19 May 2020
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ओढ़ के बर्फ की चादर
शीत कब्र में
सोये थे हम ,
तुम और मैं ;
क्या सपना भी हो सकता
अपना ?
फिर ये भी तो है ,
जब साथ में सोना ,
तो सपनो को
क्यों रोना ?
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Mumbai / 19 May 2020
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Why do you cry in your dreams ?
Late one night I had a dream that
we were sleeping in a snow –
covered cold grave ,
you and I ; could the dream even be mine ?
Then this is also , when sleeping together ,
why cry to dream ?
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Translated In Bhashini - 22/02/2024
From original Gujarati :
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